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ध्वंस
Meanings: 19; in Dictionaries: 7
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ध्वंस खालामहो
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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sabotage
Meanings: 15; in Dictionaries: 7
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demolition
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
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destruction
Meanings: 17; in Dictionaries: 8
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wipeout
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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क्षुधाध्वंस
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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शिव गण
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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जातिभ्रंश
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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कर्म्मध्वंस
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
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कृवध्वंस
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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विनिध्वस्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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विनिध्वंस्
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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ध्वंसन
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अपध्वंस
Meanings: 9; in Dictionaries: 5
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अवध्वंस
Meanings: 15; in Dictionaries: 4
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अवध्वस्त
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प्रध्वंस
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ध्वंसित
Meanings: 14; in Dictionaries: 9
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ध्वंसिन्
Meanings: 11; in Dictionaries: 3
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subvert
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साध्वस
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
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गिराना
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
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आत्मक
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
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ध्वस्त
Meanings: 21; in Dictionaries: 8
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सुमित्रानंदन पंत - १९४०
ग्रामीण लोगोंके प्रति बौद्धिक सहानुभूती से ओतप्रोत कविताये इस संग्रह मे लिखी गयी है। ग्रामों की वर्तमान दशा प्रतिक्रियात्मक साहित्य को जन्म देती है।
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सुमित्रानंदन पंत - ग्राम
ग्रामीण लोगोंके प्रति बौद्धिक सहानुभूती से ओतप्रोत कविताये इस संग्रह मे लिखी गयी है। ग्रामों की वर्तमान दशा प्रतिक्रियात्मक साहित्य को जन्म देती है।
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उत्प्रेक्षा अलंकारः - लक्षण ६
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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rout
Meanings: 18; in Dictionaries: 6
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सुमित्रानंदन पंत - उद्बोधन
ग्रामीण लोगोंके प्रति बौद्धिक सहानुभूती से ओतप्रोत कविताये इस संग्रह मे लिखी गयी है। ग्रामों की वर्तमान दशा प्रतिक्रियात्मक साहित्य को जन्म देती है।
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ध्वंस्
Meanings: 11; in Dictionaries: 3
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अध्याय नववाँ - श्लोक १ से २०
देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
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गंगारत्नमाला - भाग २
कवी नरहरी यांनी पौराणिक काव्य लिहून मराठी भाषेला एक आगळीच झळाळी दिली.
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निरंजन माधव - निर्वोष्टराघवचरित
निरंजन माधवांच्या कवितेत काव्यस्फूर्ति उच्च दर्ज्याची असून भाषेत सरळपणा व प्रसाद सोज्वळ आहे.
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स्फुट पदें - पदे ५१ ते ६०
मध्वमुनीश्वरांची कविता
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श्रीविष्णुपुराण - चतुर्थ अंश - अध्याय ७
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जो मनुष्य भक्ति और आदर के साथ विष्णु पुराण को पढते और सुनते है, वे दोनों यहां मनोवांछित भोग भोगकर विष्णुलोक में जाते है।
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श्रीविष्णुपुराण - प्रथम अंश - अध्याय १
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जो मनुष्य भक्ति और आदर के साथ विष्णु पुराण को पढते और सुनते है,वे दोनों यहां मनोवांछित भोग भोगकर विष्णुलोक में जाते है।
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उत्तरकांडम् - काव्य ३५१ ते ४००
उत्तरकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील सातवे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
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सुमित्रानंदन पंत - ग्राम देवता
ग्रामीण लोगोंके प्रति बौद्धिक सहानुभूती से ओतप्रोत कविताये इस संग्रह मे लिखी गयी है। ग्रामों की वर्तमान दशा प्रतिक्रियात्मक साहित्य को जन्म देती है।
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माता अमृतानन्दमयी अष्टोत्तर शत नामावलि
अष्टोत्तरशतनामावलिः म्हणजे देवी देवतांची एकशे आठ नावे, जी जप करताना म्हणावयाची असतात. नावे घेताना १०८ मण्यांची जपमाळ वापरतात. Ashtottara shatanamavali means 108 names of almighty God and Godess.
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उत्तरार्ध - अध्याय ४४ वा
हरिवंशांतल्या आर्यारचना आर्याभारताच्याच तोलाच्या आहेत.
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वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय १
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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दुःशासन
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
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श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय ५४
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १४३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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खंड ६ - अध्याय १५
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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अक्ष
Meanings: 175; in Dictionaries: 14
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मित्र लाभः - कथा १
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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त्रयोदश पटल - अकाराद्यक्षरक्रमेणप्रश्नफल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ६
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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